Wednesday 15 April 2020

पाठ 2 लाख की चूड़ियाँ प्रश्न उत्तर कक्षा 8

पाठ - 2 लाख की चूड़ियाँ

प्रश्न उत्तर

प्र. 1. बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को 'मामा' न कहकर 'चाचा' क्यों कहता था ?

उ. बदलू एक मनिहार था | वह लेखक के मामा के गाँव का था तथा वह लेखक को लाख की रंग - बिरंगी गोलियाँ बनाकर देता था | इसलिए लेखक अपने मामा के गाँव में चाव से जाता था | उनके मामा के गाँव में सब बदलू को काका कहकर पुकारते थे इसलिए अन्य बच्चों के साथ लेखक ने भी बदलू को काका कहकर पुकारना शुरू कर दिया |

प्र. 2. वस्तु - विनिमय क्या है ? विनिमय की प्रचलित पद्धति क्या है ?

उ. वस्तु विनिमय का अर्थ है एक वस्तु के बदले पैसे न देकर कोई दूसरी वस्तु देना | जैसे - चूड़ियों के बदले आटा, दाल, चावल, चीनी आदि देना |

प्र. 3 'मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिये हैं |' इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है ?

उ. मशीनों के प्रचलन में आने से एक मशीन सौ - सौ व्यक्तियों का कार्य अकेले कर लेती है और उसे चलाने के लिए एक या दो व्यतियों की आवश्यकता होती है | इस प्रकार कम से कम 98 लोग बेरोज़गार हो जाते हैं | इस प्रकार संसार के न जाने कितने ही कारखानों में बढ़ती मशीनों के कारण अनेक व्यक्तियों का रोज़गार छिन रहा है | यही कारण है कि लेखक ने लिखा है कि इस मशीनी युग ने न जाने कितने ही हाथ काट दिये हैं |

प्र. 4 बदलू के मन की कौन सी व्यथा लेखक से छिपी न रह सकी ?

उ. बदलू इस बात से दुखी था कि शहरों के साथ - साथ अब गाँव में भी सबने काँच की चूड़ियाँ पहननी शुरू कर दी जिसकी वजह से वह और उसके जैसे अनेक लोग बेरोज़गार हो गए थे | उसका यह दुख उसके चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा था | लेखक ने उसके मन की इस व्यथा का पता उसके दुखी चेहरे को देख कर लगा लिया था |

प्र. 5 मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया ?

उ. मशीनी युग के कारण गाँव की सभी स्त्रियों ने लाख की अपेक्षा काँच की चूड़ियाँ पहननी शुरू कर दी थी | इसकी वजह से बदलू द्वारा बनाई गई लाख की चूड़ियों को खरीदना सबने बंद कर दिया था और बदलू का व्यवसाय बंद पड़ गया था | वह और गरीब हो गया था किन्तु फिर भी उसने हार मानकर काँच की चूड़ियों को नहीं अपनाया |


श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द कक्षा 9

श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द


प्र. श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द किन्हें कहते हैं ?
उ. श्रुतिसमभिन्नार्थक - यह शब्द चार शब्दों के योग से बना है -
     श्रुति (सुनना) + सम (समान) + भिन्न (अलग - अलग) + अर्थक (अर्थ वाले)
     अर्थात जो शब्द सुनने में समान लगते हैं किन्तु उनके अर्थ अलग - अलग होते हैं, वे श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द       कहलाते हैं |

कुछ श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द -

1. नियत (निश्चित) - हमारे घर में पूजा के लिए आज का दिन नियत किया गया |
    नीयत (इरादा) - हमें अपनी नीयत हमेशा शुद्ध रखनी चाहिए |

2.खोलना (बंधनमुक्त करना) - पिंजरे का दरवाजा खोल दो, पक्षी को उड़ने दो |
   खौलना (उबलना) - पतीली में पानी खौल रहा है |

3. गिरि (पर्वत) - गिरि से झरना बहता है |
    गिरी (गिरना) - मुझे तुम्हारी पुस्तक कक्षा में गिरी हुई मिली थी |

4. वात (हवा)- बहुत तेज़ वात चल रही है |
    बात (बातचीत) - हमें कक्षा में बात नहीं करनी चाहिए |

5. तरणि (सूर्य) - सुबह तथा शाम के समय तरणि का रंग लाल होता है |
    तरणी (नाव) - मैं तरणी में बैठकर नदी के उस पार गया था |

6. लक्ष (लाख) - मेरे मामाजी ने कौन बनेगा करोड़पति में बारह लक्ष पचास हज़ार रुपए जीते |
    लक्ष्य (निशाना) - लक्ष्य की ओर निशाना साधो |

7. चरम (सबसे अधिक) - वह सफलता के चरम पर है |
     चर्म (चमड़ा) - उसने चर्म के जूते पहने हैं |

8. इति (समाप्त) - इस फिल्म की यहीं पर इति होती है |
    ईति (भय)-ईति किसी भी समस्या का समाधान नहीं|

9. अचार (खाने की खट्टी वस्तु) - मुझे आम का आचार बहुत पसंद है |
    आचार (व्यवहार) - उसका आचार बहुत अच्छा है |

10. बली (शक्तिशाली) - हनुमानजी अत्यंत बली थे |
      बलि (बलिदान) - हमें पशुओं की बलि नहीं देनी चाहिए |

11. अविराम (लगातार) - कल सुबह से अविराम वर्षा हो रही है |
      अभिराम (सुंदर) - श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व अभिराम था |

12. व्रत (उपवास) - आज मेरी माताजी का व्रत है |
      वृत्त (घेरा) - इन पौधों के चारों ओर एक वृत्त बना दो |

13. अंबर (आकाश)- अंबर में तारे चमक रहे हैं |
       अंबार (ढेर) - उसके पास तरह - तरह की पुस्तकों का अंबार है |

14. कंगाल (गरीब) - मोहित की बीमारी में इतना पैसा खर्च हुआ कि अब वह कंगाल हो गया |
       कंकाल (हड्डियों का ढाँचा) - उस गरीब ने न जाने कब से भोजन नहीं किया, बिलकुल कंकाल हो गया है |

15.कृपण (कंजूस) - मदन बहुत कृपण है, इतना धन होने पर भी किसी को एक पाई तक नहीं देता |
     कृपाण (कटार) - उसने धारदार कृपाण से रस्सी को एक झटके में ही काट डाला |

वर्ण विचार : कक्षा 8



https://youtu.be/zS-Tlum0ENE


वर्ण विचार पर आधारित विडियो देखें और निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दें |



1. वर्ण किसे कहते हैं ?
2. वर्ण के कितने भेद हैं ? नाम लिखिए ।
3. स्वरों के कितने भेद हैं ? नाम लिखिए ।
4. ह्रस्व स्वर किन्हें कहते हैं ? उदाहरण लिखिए ।
5. दीर्घ स्वर किन्हें कहते हैं ? उदाहरण लिखिए ।
6. कौन से स्वरों को अयोगवाह कहा जाता है ?
7. हिन्दी में कितने व्यंजन हैं ?
8. व्यंजनों में कौन से पाँच वर्ग हैं ? नाम तथा उदाहरण लिखिए ।
9. पंचमाक्षर क्या होते हैं ? प्रत्येक वर्ग का पंचमाक्षर उसके सामने लिखिए ।
10. संयुक्त व्यंजन किन्हें कहते हैं ? हिन्दी में कितने संयुक्त व्यंजन हैं ? नाम लिखिए तथा प्रत्येक संयुक्त व्यंजन के दो दो उदाहरण लिखिए।
11. ड तथा ड़ और ढ तथा ढ़ से दो दो शब्द लिखिए ।


Sunday 12 April 2020

पर्यायवाची शब्द और विलोम शब्द - कक्षा 9



भाषा और लिपि : कक्षा -8



https://youtu.be/7qp68xh23mg

Children, please watch my video on BHASHA and LIPI, available in the above link and write notes on the subject.

WORKSHEET ON ALANKAR CLASS 10

                                                               कार्यपत्रिका - अलंकार

निम्नलिखित काव्य पंक्तियों में अलंकारों के भेद पहचानिए |

1. कंकन किंकिन नूपुर धुनि सुनि
2. पीपल पात सरिस मन डोला
3. मेघ आए बड़े बन - ठन के सँवर के
4.बंदऊँ गुरु पद पदुम परागा, सुरुचि सुबास सरस अनुरागा |
5. मैया मैं तो चंद्र खिलौना लैहौं
6. प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे
7. शशि मुख पर घूँघट डाले, अंचल में दीप छिपाए |
8. कोटी कुलिस - सम वचन तुम्हारा |
    व्यर्थ धरहु धनु बाण कुठारा ||
9. कर कानन कुंडल मोर पखा, उर पर बनमाल बिराजती है |
10. माला फेरत जुग गया, फिरा न मन का फेर |
      कर का मनका डारि दे, मनका मनका फेर ||
11. काम - सा रूप, प्रताप दिनेश - सा |
     सोम - सा शील है राम महीप का ||
12. मुख बाल रवि सम लाल होकर
13. सागर के उर पर नाच - नाच करती हैं लहरें मधुर गान |
14. उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी - सी उदित हुई |
15. तीन बेर खाती थी वे, तीन बेर खाती हैं |